Gold Silver Price 2025 : अब सोने चांदी खरीदने वाले के लिए सुनहरा मौका 18 से 24 कैरट तक के सोना हुआ सस्ता।

Gold Silver Price 2025 : अब सोने चांदी खरीदने वाले के लिए सुनहरा मौका 18 से 24 कैरट तक के सोना हुआ सस्ता।

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Gold Silver Price 2025: आज, 26 अक्टूबर 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है, जिससे निवेशकों और ग्राहकों के लिए बाज़ार फिर दिलचस्पी का विषय बन गया है. इंटरनेशनल घटनाओं, खासकर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति बैठक और डॉलर-रुपया विनिमय दर के बदलाव के कारण इन धातुओं का भाव प्रभावित हुआ है.

आज के ताज़ा भाव।

24 कैरेट सोना दिल्ली में 1,11,860 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है, जबकि 22 कैरेट का भाव 1,02,550 रुपये प्रति 10 ग्राम है.

मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई जैसे अन्य महानगरों में 24 कैरेट सोना 1,11,710 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 1,02,400 रुपये प्रति 10 ग्राम है.

एमसीएक्स एक्सचेंज पर सोना 0.38% गिरावट के साथ 1,09,742 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड हुआ.

चांदी की कीमत दिल्ली में 1,27,800 रुपये प्रति किलोग्राम रही, जबकि अन्य शहरों जैसे मुंबई आदि में यह भाव करीब 1,27,500 रुपये प्रति किलोग्राम रिकॉर्ड हुआ.

एमसीएक्स पर चांदी 1,27,431 रुपये प्रति किलोग्राम पर लाल निशान में ट्रेड करती दिखी. भारत के अलग-अलग शहरों में चांदी 1,33,900 से 1,40,289 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच रही है.

गिरावट के कारण।

सोने और चांदी की कीमतों में आज की गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी फेड रिजर्व की नीति बैठक है। निवेशक ब्याज दर को लेकर सतर्कता बरत रहे हैं, जिसके चलते मुनाफावसूली की जा रही है. विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरावट अस्थायी हो सकती है, क्योंकि आने वाले समय में ब्याज दरों में संभावित कटौती से सोने की कीमतें फिर उछल सकती हैं.

बाजार में स्थिति

सप्लाई और डिमांड के साथ-साथ वैश्विक आर्थिक कारकों का असर भारतीय बाजार में साफ देखा जा सकता है। सितंबर माह की शुरुआत से अब तक सोना करीब 7,583 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हुआ है, जबकि चांदी 9,141 रुपये प्रति किलो बढ़ चुकी है.

सोने और चांदी में निवेश करने वालों के लिए यह गिरावट खरीदारी का मौका हो सकती है। हालांकि, बाजार के उतार-चढ़ाव को लेकर सतर्क रहना जरूरी है, क्योंकि वैश्विक नीतिगत फैसले आने वाले दिनों में इन भावों को फिर प्रभावित कर सकते हैं.

निवेशकों के लिए सलाह

कई विशेषज्ञों का मानना है कि सोना लंबे समय के लिए सुरक्षित निवेश है, जबकि चांदी में तेज उतार-चढ़ाव संभावित है. फेड की रात के फैसले के बाद अगले कुछ दिन में बाज़ार में नई रणनीति बन सकती है।

संक्षिप्त सारांश:

आज की गिरावट के बावजूद, सोना-चांदी ओवरऑल इस महीने में ऊंचे स्तर पर हैं.और निवेशक बाजार के अगले संकेतों का इंतजार कर रहे हैं। करंट स्पॉट प्राइस और वैश्विक नीतिगत फैसले इन धातुओं के रुझान की दिशा तय करेंगे।

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